Friday, October 12, 2007

मुझे भी शामिल कीजिया इस दुनिया मैं

नमस्कार ई दुनिया के दोस्तो। आज से मैं भी आप लोगों कि दुनिया मैं कदम रख रह हूँ। बहुत कुछ होता है ऐसा जिस पर कुछ कहने का मन होता है। खुल कर भडास निकलने कि इच्छा होती है। अब ये सब मैं अपने इस ब्लोग पर करुंगा और चाहूँगा कि आप भी मेरी भडास पर अपना गुबार निकाल कर तसल्ली पायं।
तो कल से लगभग रोज मुलाक़ात होगी। झेलें, झिलायें और तसल्ली पायं।

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